मुख्यमंत्री के भाई है तो क्या उन्हें भी क्वारंटाइन किया जाए, वो राँची रेड जोन से आये है लुईस मरांडी पूर्व मंत्री क्लिक करें और जाने पूरी तरह खबर
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राँची:दुमका विधानसभा उप चुनाव की तैयारी में जुटे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाई बंसत सोरेने को लेकर राजनीति गरमा गई है। झारखंड युवा मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष बसंत सोरेन गुरुवार को उप राजधानी दुमका आये। खिजुरिया आवास पर कार्यकर्ताओं से मिले। निर्देश दिया कि आम आवाम को यथासंभव सहयोग करें। जरूरतमंद लोगों तक सरकारी मदद का पहुंचना सुनिश्चित करने में भूमिका निभायें। बसंत सोरेन के आगमन एवं अन्यान्य गतिविधियों की सूचना भाजपा नेत्री सह पूर्व मंत्री लुईस मरांडी को मिली। उन्होंने सवाल उठाया कि लॉकडाउन में बसंत सोरेन दुमका कैसे आ गये। अगर बसंत सोरेन को दुमका आने की अनुमति दी गयी है तो इसकी वजह सार्वजनिक की जानी चाहिए।
निकट भविष्य में दुमका विधानसभा का उप चुनाव होना है। भाजपा से डॉक्टर लुईस मरांडी टिकट की प्रबल दावेदार हैं तो झामुमो से बसंत सोरेन। यही कारण है कि लुईस मरांडी अभी बसंत सोरेन की गतिविधियों पर पैनी नजर रखती है। गुरुवार को उन्होंने कहा कि बसंत सोरेन ने खिजुरिया आवास में पूर्व सांसद प्रतिनिधि विजय कुमार सिंह, जिला परिषद उपाध्यक्ष असीम मंडल समेत कई लोगों के साथ बैठक की। ऐसा लगता है कि बसंत सोरेन के लिए लॉकडाउन के नियम कायदे बदल गये हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को वह अनुमति पत्र सार्वजनिक करना चाहिए जो बसंत सोरेन को दुमका आने के लिए दिया गया है। लुईस मरांडी बोली कि वे कैबिनेट मंत्री थी। लॉकडाउन का हवाला देकर उन्हें दुमका विधानसभा क्षेत्र में कहीं जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
रेड जोन से आये बसंत को भी क्वारंटाइन करना चाहिए
लुईस मरांडी ने कहा कि बसंत सोरेन रांची से आये हैं। रांची रेड जोन में आता है। प्रशासन ने फैसला लिया है कि रेड जोन से आने वाले लोगों को सरकारी भवन में क्वारंटाइन किया जाएगा। प्रशासन को बताना चाहिए कि बसंत सोरेन को भी क्वारंटाइन किया जाएगा अथवा नहीं। उन्होंने कहा कि बसंत सोरेन के आने के बाद दुमका में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ती है तो जवाबदेही निर्धारित होनी चाहिए।
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