निगम का खजाना हुआ खाली तब निगम की आँख खुली।
धनबाद। नगर निगम का खजाना खाली होने के कगार पर पहुंच गया है। खजाना खाली होने की आहट से नगर निगम की नींद खुली है। निगम ने 179 बड़े बकायेदारों को नोटिस भेजते हुए प्रोपर्टी टैक्स जमा करने का फरमान सुनाया है। टैक्स नहीं देने पर कानूनी कार्रवाई भी की चेतावनी दी गई है। नगर निगम की आर्थिक स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। जब से नगर निगम ने अपने हाथों में टैक्स की व्यवस्था ली है, निगम की आय प्रभावित हुई है। निगम के खाते का बैलेंस गड़बड़ाता देख अब बकायेदारों को नोटिस दिया जा रहा है।।
*आमदनी 60 लाख, खर्च डेढ़ करोड़*
नगर निगम में हर दिन 1.5-2 लाख रुपए प्रोपर्टी टैक्स के रूप में आ रहे हैं। लेकिन मासिक खर्च डेढ़ करोड़ रुपए के आसपास है। ऐसी स्थिति में हर माह 60-70 लाख का अतिरिक्त बोझ निगम पर बढ़ता जा रहा है। टैक्स वसूली में नगर निगम द्वारा पिछले एक साल से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। जिसका नतीजा है कि निगम का खजाना खाली होता जा रहा है।
धनबाद से सरताज की रिपोर्ट।
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