अगले 24 घण्टों में भारी बारिश होने की हैं संभावना मौसम विभाग की रिपोर्ट।
ओडिशा और उसके आसपास के इलाकों में अगले कुछ घंटों में भारी बारिश हो सकती है। ओडिशा के तटीय इलाकों से उठा दबाव अगले 4-5 दिनों में देश के कई उत्तरी और पश्चिमी राज्यों तक जाएगा, जिससे बाढ़ की भी आशंका है। पूर्वी तटीय इलाकों पर बने इस दबाव का सबसे ज्यादा असर ओडिशा पर पड़ेगा। पुरी और गोपालपुर के बीच भूस्खलन की चेतावनी जारी की गई है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान केंद्र के अध्यक्ष एम मोहपात्रा ने बताया, ‘अगले 24 घंटों में दक्षिणी ओडिशा, दक्षिणी छत्तीसगढ़, तेलंगाना और उत्तरी तटीय आंध्र के इलाकों में भारी बारिश होगी।’ उधर पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव माधवन राजीवन ने एक ट्वीट में कहा, ‘देश के उत्तर पश्चिमी और मध्य इलाकों में अगले 8-10 दिनों में भारी बारिश देखने को मिलेगी।’ सरकार की ओर से जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में चेतावनी जारी की गई है कि अगले कुछ दिनों में भारी बारिश के चलते कई नदियों का जलस्तर अचानक ऊपर जा सकता है, जिससे बाढ़ की पूरी आशंका। देश के मध्य और उत्तर-पश्चिमी इलाकों के अलावा पूर्वी और उत्तरी इलाके भी भारी बारिश की मार झेल सकते हैं। पूर्वी राज्य तो पहले से ही बाढ़ और बारिश से जूझ रहे हैं। साफ है यहां के लोगों को अभी फिलहाल कोई राहत नहीं मिलने वाली। अगले 24 घंटों में उत्तराखंड के भी कई पहाड़ी जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
हालांकि नदियों, बाढ़ और उनके प्रभावों के बारे में शोध करने वाली संस्था SANDRP के हिमांशु ठक्कर ने एक दिलचस्प बात बताई है। उन्होंने बताया, ‘बाढ़ हमेशा ही मुसीबत या आपदा नहीं होती, कई बार बाढ़ से हमें और किसानों को बहुत फायदा होता है।’ उन्होंने बताया कि बाढ़ खत्म होने के बाद जो नई सिल्ट बहकर जमा होती है, वह बेहद उपजाऊ होती है। जिसका किसानों को बहुत फायदा होता है। उन्होंने कहा, ‘हमें बाढ़ के लिहाज से संवेदनशील इलाकों में हमेशा तैयार रहना होगा। हमारे पास एक बेहतर बाढ़ चेतावनी सिस्टम होना चाहिए।’
उधर मंगलवार को पश्चिमी राजस्थान और हरियाणा के कई इलाकों में भी अच्छी बारिश हुई। इस बार का मॉनसून देखा जाए, तो अभी तक अच्छा रहा है। देश के करीब 90 फीसदी हिस्सों में मॉनसून के बादल छा चुके हैं। हालांकि पूर्वोत्तर राज्यों में कई जगह इससे काफी नुकसान भी हुआ है और वहां राहत कार्य जारी है।
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