आजादी के बाद भी बिजली पानी और रोजगार से हैं वंचित,भीख माँग करते हैं गुज़ारा।
भौंरा ।आजादी के 70 वर्षों बाद भी भौंरा सात नंबर इंदिरा आवास कॉलोनी के लोग बिजली, पानी व रोजगार से वंचित हैं। अधिकांश लोग भीख मांगकर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। स्थानीय लोगों ने राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर कांग्रेस के बैनर तले प्राथमिक विद्यालय परिसर में टाटा कोलियरी प्रबंधन के खिलाफ बैठक कर रोष जताया। प्रदर्शन किया। श्रमिक नेता रंजीत यादव ने कहा कि भाजपा सरकार की डिजिटल इंडिया व मेक इन इंडिया की पोल यह कॉलोनी खोल रही है। कहा कि टाटा कंपनी भी यहां के लोगों के विकास को गंभीर नहीं है। जुलाई माह में यहां की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो अगस्त में टाटा जीएम कार्यालय घेरेंगे। कॉलोनी से कुछ ही दूर बीसीसीएल की ईजे एरिया भौंरा व टाटा कंपनी की कोलियरी हैं। स्थानीय लोगों ने पूर्व में भी बीसीसीएल व टाटा प्रबंधन को यहां की समस्याओं से अवगत कराया था। नगर निगम के मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल भी यहां आ चुके हैं। यहां के लोगों ने उनका अभिनंदन समस्याएं बताईं थीं। पर कुछ नहीं हुआ। कुछ ही दूर भौंरा सात नंबर मुस्लिम बस्ती में टाटा प्रबंधन की ओर से पानी व बिजली दी जा रही है। यहां के लोगों को भी पानी बिजली की सुविधा मिले। गांव के मुखिया मांगेलाल महतो ने बताया कि यहां बिजली, पानी की सुविधा नहीं होने से परेशान हैं। पूर्व में टाटा प्रबंधन ने यहां के लोगों को स्लरी उठाव का रोजगार दिया था। वह भी एक वर्ष से बंद है। आरके प्रसाद, रिंकू अंसारी, बबलू साव, रोहित यादव, रामचंद्र रविदास, अर्जुन, युधिष्ठिर, सृष्टिधर बाउरी, हीरालाल, रानी देवी, अष्टमी, कयूमुद्दीन थे।
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