कभी सिम कार्ड बेचते थे,आज हैं धनबाद के पहले सैमसंग स्मार्ट कैफ़े के मालिक।
धनबाद।पुराना बाजार में सड़क के किनारे कभी गुमटी पर रिलायंस का सिम कार्ड बेचा करते थे।पर वर्तमान में सैमसंग कैफ़े के मालिक हैं रोहित सरावगी।गरीबी मजबूरी और दिक्कतों को दूर कर काम मे इतने आगे बढ़े।जिसे देख दुनिया बहुत ही आश्चर्यचकित हैं।पुराना बाजार निवासी रोहित ने डीएवी पुराना बाजार धनबाद में ही इंटर तक की पढ़ाई की।फिर आगे पिता के साथ ही व्यवसाय का काम काज देखने लगे।पढ़ाई से ज़्यादा इनकी रुचि व्यवसाय में रही हैं।अपने बड़े भाई नवीन सरावगी के साथ ही काम काज देखते हैं।पिता ने ही व्यवसाय की शुरुआत की।करीब 1990 की बात हैं।उसी समय से पुराना बाजार में अपनी एक छोटी सी दुकान से शुरुआत की थी।पिता के गुज़र जाने के बाद सारा काम काज दोनों भाई मिलकर ही देखने लगे।सिम बेचने का काम रोहित ने 2004 से ही शुरू किया था।धीरे-धीरे कड़ी मेहनत और अपने प्रयास के दम पर धनबाद का पहला स्मार्ट कैफ़े न्यू हाई टिक टिक सर्विस के नाम से शुरुआत की।आर्थिक रूप से पिता और बड़े भाई का सहयोग हमेशा से ही रहा।इसी की बदौलत आज यहाँ तक का सफर कर सकें।2012 में पिता की मौत बीमारी के कारण हुआ।जिसके बाद से ही दोनों भाई मिलकर काम करने लगे।
रोहित अपने काम के साथ साथ कई सामाजिक कार्यों से भी जुड़े हुए हैं।मारवाड़ी युवा मंच के मीडिया प्रभारी हैं।साथ ही पुराना बाजार चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के जॉइंट सैक्रेटरी भी हैं।इनका एक छोटा सा खुशहाल परिवार हैं।पर इन सब के लिए बहुत ही धन्यवाद देते हैं।क्योंकि,परिवार के सहयोग से कुछ भी संभव नहीं होता हैं।रोहित की सोच हैं कि जातिगत भावना से ऊपर उठकर समाज के लिए करना चाहिए।हम पहले एक भारतीय हैं।फिर बाद में कुछ और।आगे लक्ष्य यही हैं कि समाज से जुड़कर समाज के लिए करते रहना हैं।युवा वर्ग को इनका एक ही संदेश हैं कि कभी भी किसी चीज को छोटा नहीं समझे।शुरुआत छोटा जरूर होता हैं।पर,मेहनत से हर छोटी चीज बड़ी हो जाती हैं।हर जिम्मेदारी को मिल जुल कर करना चाहिए।
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