खाने के पैसे नही बच्चों को पढ़ाए कैसे क्लिक करें और जाने पूरा मामला।
धनबाद:धनबाद में एक ऐसा नजारा दिखा नन्हें हाथों में तख्तियां लेकर आगे बैठे बच्चे और और पीछे नारे लगाते परिजन। गुरुवार को रणधीर वर्मा चौक पर फुटपाथ से दुकान हटाए जाने के विरोध मे दुकानदारों ने पथ विक्रेता समन्वय समिति के बैनर तले रणधीर वर्मा चौक पर धरना दिया।अपने बच्चों को साथ लेकर धरने में बैठे दुकानदारों ने कहा कि एक माह से अधिक समय से हीरापुर हटिया रोड में दुकानों को हटाए हो गया। अब दुकानदारों के समक्ष भुखमरी की स्थिति हो गई है। यहां रोज कमाओ रोज खाओ की स्थिति है। ऐसे में एक माह से रोजगार बंद होने से उनकी सारी जमापूंजी भी बंद हो गई है। रोजगार उजाड़े जाने से बच्चे की पढ़ाई छूट गई है। फाइनल एक्जाम है । हर रोज स्कूल से फीस के लिए तगादा हो रहा है। बच्चों को जिल्लत झेलनी पड़ रही है। दुकानदारों ने कहा कि खाने के पैसे नहीं है तो बच्चों को पढ़ाए कैसे।
बगैर बसाए उजाड़ने की कार्रवाई गलत
समिति के अध्यक्ष श्यामल मंजुमदार ने बताया कि पथ विक्रेता आजिविका सुरक्षा विनियम अधिनियम 2015 के प्रावधानों के अनुसार बगैर वेंडिग जोन में व्यवस्थित किए बिना पथ विक्रेता को नहीं हटाया जा सकता। बताया कि न तो टाउन वेंडिग कमिटी की बैठक बुलाई गई न ही वेडिंग जोन की पहचान होने के बाद एक भी स्थल को राजगार योग्य या मार्केट योग्य बनाने की दिशा में निगम द्वारा कोई कदम उठाया गया।
धनबाद से सरताज़ की रिपोर्ट।
छायाकार संतोष कुमार यादव।
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