गैंग्स ऑफ वासेपुर ने चलाई गोली। जानने के लिए क्लिक करें।
धनबाद : धनबाद के चर्चित रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह को गुरुवार की शाम बैंकमोड़ जैसे भीड़भाड़ वाली जगह पर सरेआम गोलियों से छलनी कर दिया गया। अल्टो कार पर सवार उपेंद्र सिंह को बाइक सवार अपराधियों ने कार में ही निशाना बना डाला। पसली के नीचे पांच गोलियां लगने की बात कही जा रही है। गंभीर स्थिति में उन्हें पहले केंद्रीय अस्पताल फिर दुर्गापुर मिशन अस्पताल ले जाया गया है। वारदात को अंजाम देनेवालों की संख्या चार-पांच बताई जा रही है। दो ने हेलमेट पहन रखी थी जबकि अन्य ने भी अपना चेहरा ढंका हुआ था। वारदात की खबर पाकर सिटी एसपी पीयूष पांडेय, डीएसपी विधि व्यवस्था मुकेश कुमार आदि मौका-ए-वारदात पर पहुंचे। उक्त अधिकारियों ने घटनास्थल का जायजा लिया। इधर मीडिया से बात करते हुए उपेंद्र सिंह ने बताया कि उसे गैंग्स ऑफ वासेपुर के एक धड़े के सरगना प्रिंस खान और उसके साथ ऋतिक ने गोली मारी है। उसने अपने दो रिश्तेदार पिंटू और सिंटू पर भी वारदात में शामिल होने की बात कही है। हालांकि अभी तक उक्त बयान पुलिस को नहीं दिया गया है।
*रोजाना जिम जाते थे उपेंद्र, वहीं बनाया शिकार :* उपेंद्र सिंह हर दिन बैंकमोड़ स्थित एक जिम जाया करते थे। शाम में प्रतिदिन जाने की रूटीन की अपराधियों को जानकारी थी। अपराधियों ने उनकी रेकी कर रखी थी। गुरुवार को भी वे एक अल्टो 800 जेएच10एएस- से पहुंचे थे। तय जगह पर कार लगते ही पहले से घात लगाए हमलावरों ने गोली चलानी शुरू कर दी। कार की बाईं तरफ की पिछली सीट पर बैठे उपेंद्र पर ताबड़तोड़ करीब आधा दर्जन फायर झोंक दिए गए। उक्त कार की पिछली सीट के शीशे में चार गोलियों के छेद मिले हैं। एक गोली कार को चीरती हुई दूसरी तरफ निकल गई है। पुलिस ने मौका-ए-वारदात से चार खोखे बरामद किए हैं। गोली लगने के बाद कार में उनके सवार दो साथियों ने तत्काल दूसरे वाहन की व्यवस्था की। इसके बाद सभी उपेंद्र को उठाकर केंद्रीय अस्पताल ले गए। अस्तपाल में प्राथमिक उपचार के बाद करीब बीस मिनट के अंदर ही उन्हें दुर्गापुर मिशन अस्पताल भेज दिया गया। दुर्गापुर रेफर करने के बाद उपेंद्र खुद से चलकर एंबुलेंस तक गए। हालांकि वह दर्द से कराह रहे थे और डॉक्टरों से दर्द से निजात दिलाने के लिए इंजेक्शन या कोई अन्य उपाय करने की बात कह रहे थे।
*पेट में लगी गोली से स्थिति नाजुक :* उपेंद्र को पांच गोलियां लगने की बात कही जा रही है। इनमें चार गोलियां हाथ और बाजू में लगी है। एक गोली पसली को छेदते हुए पेट में जा फंसी है। इसी गोली के कारण उनकी स्थिति चिंताजनक बताई जा रही है। केंद्रीय अस्पताल में उक्त गोली निकालने की कोशिश तक नहीं हो सकी।
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उपेंद्र सिंह की दुश्मनी कई लोगों से है। गैंग्स ऑफ वासेपुर के कुछ लोगों के निशाने पर उपेंद्र काफी दिनों से है। तीन-चार साल पूर्व भी उसके घर पर हमला हुआ था और मारपीट की गई थी। इसके अलावा हाल में धनबाद थाने के गेट के बाहर भी उसे कई लोगों ने पीटा था। बयान के आधार पर कांग्रेस नेता समेत आधा दर्जन से अधिक लोग अभियुक्त बनाए गए थे। बैंकमोड़ थाने में इसी मारपीट को लेकर प्राथमिकी दर्ज हुई थी। चूंकि उपेंद्र किस्त बकाया रखनेवालों के वाहन खींचने का काम करता है। इस पेशे के कारण भी उसकी कई लोगों से दुश्मनी हो चुकी है। न सिर्फ धनबाद बल्कि अन्य जिलों में भी उसके साथ विवाद हुए हैं। विवाद और उस पर दर्ज मुकदमों को लेकर जिला प्रशासन उसके खिलाफ सीसीए की भी कार्रवाई कर चुकी है। *वारदात के बाद लगा जाम :*
बैंकमोड़ में गोली चलने की वारदात के बाद अफरातफरी का माहौल बन गया। वाहनों की लंबी कतार लग गई। एक तरफ पुलिस घटना की छानबीन कर रही थी तो दूसरी तरफ यातायात व्यवस्था भी बहाल रखने की भी चुनौती थी। क्योंकि जाम के कारण बैंकमोड़ में पैदल चलना तक मुश्किल हो गया था। दो घंटे तक इस इलाके में वाहन रेंगते रहे।
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