*जाम मिले तो बर्खास्त हों ट्रैफिक जवान,अफसरों को पड़ी डाट।
रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास पिछले एक सप्ताह में तीसरी बार जाम में फंसे और इसका परिणाम अधिकारियों को झेलना पड़ा। सीएम ने नगर विकास सचिव की मौजूदगी में अधिकारियों की जमकर क्लास ली और जाम से मुक्ति का रोडमैप तैयार कराया। उन्होंने राजधानी रांची में सड़क जाम से लगातार होनेवाली परेशानी और कचरे के कारण हो रही समस्याओं को लेकर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को कई सख्त निर्देश दिए। यहां तक कहा कि इसके लिए संबंधित क्षेत्र के पुलिस इंचार्ज और ट्रैफिक जवानों को जिम्मेदार बनाएं और निर्देशों की अनदेखी होने पर उन्हें सीधे बर्खास्त करें। दुकानों के बाहर न तो सामान रखा मिले और न ही जहां-तहां ऑटो खड़ा हो।
चौक-चौराहों पर ठेले-खोमचे वाले भी नहीं दिखने चाहिए। मुख्यमंत्री ने कचरा रखने और ऑटो व ई-रिक्शा जैसे वाहनों के रुकने के लिए एक सप्ताह के अंदर जगह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। सिलसिलेवार तरीके से व्यवसायियों और ऑटो संचालकों से बातचीत कर रास्ता निकालने को कहा। जान कीमती, बच्चों को खिलवाड़ न करने दें सीएम ने शहरों में बिना हेलमेट बाइक चलाने वालों पर भी सख्ती बरतने को कहा। बोले- असामयिक मौत से पूरा परिवार उजड़ जाता है। बच्चे जोश में बिना हेलमेट तेज वाहन चलाते हैं। कई बार वे अपने साथ दूसरे लोगों को भी चोट पहुंचा देते हैं। रिंग रोड व हाइवे पर दिन में भी लोग वाहनों की हेडलाइट जलाकर चलें। सीट बेल्ट भी जरूर बांधें।
पुलिसकर्मियों के लिए नियम और कड़ाई से लागू हो। यदि वे बिना हेलमेट वाहन चलाएं या कानून तोड़ते हैं, तो उन पर भी कार्रवाई भी हो। जो बड़े लोगों को धौंस दिखाएं, उनका वाहन नंबर, नाम और मोबाइल नंबर नोट करें। घर पर सीधे चालान भेजें। प्रमुख चौक-चौराहों पर ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर सिस्टम लगाएं ताकि कानून तोडऩेवाले का वाहन नंबर खुद से आ जाए। रांची रेलवे स्टेशन रोड़ पर ट्रैफिक कम करने के लिए डोरंडा तरफ से एक सड़क स्टेशन तक जोडऩे का निर्देश दिया। इससे मुख्य सड़क पर दबाव भी कम होगा।
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