जुलूस में शामिल होना अब पड़ेगा महंगा जिला प्रशासन ने 7 नामजद और 3000 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया क्लिक करें और जाने पूरी खबर
NTL NEWS
धनबाद:बिना प्रशासनिक अनुमति के एनआरसी, सीएए और एनआरपी के विरोध में सड़क पर उतरे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस ने सख्त कदम उठाया है। सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करने वाले सात नामजद और तीन हजार अज्ञात के खिलाफ धनबाद थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। धनबाद सीओ प्रशांत कुमार लायक की लिखित शिकायत पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बिना अनुमति शहर में जगह-जगह जाम लगाने और धार्मिक भावना को आहत पहुंचाने वाले नारे लगाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस वीडियो देख कर अज्ञात की पहचान कर रही है।
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मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से आह्वान कर वासेपुर व आसपास के इलाकों से जुलूस निकाली गई। सीओ ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि हाथों में नारों का तख्ता लिए हजारों की संख्या में लोग वासेपुर से शहर की तरफ आने लगे। उन्हें एसडीओ ने सूचना दी। जब वे रेलवे स्टेशन के पास पहुंचे तो देखा कि भीड़ वासेपुर से नया बाजार, श्रमिक चौक होते हुए पूजा टॉकिज के तरफ जा रही थी। प्रदर्शनकारी सिटी सेंटर, लुबी सर्कुलर रोड होते हुए दोपहर करीब एक बजे रणधीर वर्मा चौक पहुंचे। इस दौरान पूरा शहर अस्त-व्यस्त हो गया। जगह-जगह एंबुलेंस और आम शहरी जाम में फंस गए। रणधीर वर्मा चौक करीब एक घंटे तक जाम रहा। धनबाद न्यायालय और डीसी ऑफिस आने-जाने वाले लोगों का रास्ता पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया।
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सैयद शहबाज कर रहा था नेतृत्व
सीओ ने अपने बयान में बताया कि सैयद शहबाज जो अपने आप को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का पूर्व केबिनेट सदस्य बता रहा था वह भीड़ का नेतृत्व कर रहा था। उसके सहयोगी के रूप में वासेपुर का शाहिद उर्फ साजिद, हाजी आरिफ जमीर, मो. सद्दाम, गफ्फार कॉलोनी का अली अकबर, गुलजारबाग का मो. नौशाद और वासेपुर का मौलाना गुलाम सहित करीब तीन हजार लोग थे। इन आरोपियों को रोकने का काफी प्रयास किया गया लेकिन ये नहीं माने। पुलिस प्राथमिकी दर्ज आरोपियों की गिरफ्तारी में जुट गई है।
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