धनसार धनबाद में स्तिथ दिव्यांग बच्चों के स्कूल पहला कदम में एचआई (डेफ एन्ड डम्ब) कैम्प लगाया गया।
इस कैम्प में मशहूर चिकित्सक डॉ गणेश चक्रवर्ती द्वारा दिव्यांग बच्चों की जाँच की गई।जिसमें यह खास तौर से पता लगाया गया कि कौन-कौन से दिव्यांग बच्चे कितना सुन सकते हैं?इस कैम्प में कुल 25 दिव्यांग बच्चों की जाँच की गई।जाँच के माध्यम से यह बात भी सामने आई कि कौन से दिव्यांग बच्चों के कानों के लिए किस प्रकार की मशीन बेहतर होगी।आये दिन हर सप्ताह इस तरह की जाँच शिविर पहला कदम में लगाया ही जाता हैं।पहला कदम की संचालिका अनिता अग्रवाल का मेहनत और लगन ही जो आज सबके सामने हैं।अनिता अग्रवाल हमेशा से प्रयासरत रहती हैं कि इन दिव्यांग बच्चों को हर तरह से तैयार किया जाये।पर समाज मे जागरूकता और लोगों में इच्छा भावना की कमी है ।जिस प्रकार अनिता अग्रवाल एक महिला होकर इस प्रकार के सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं।समाज के हर धनी वर्ग को पहला कदम के लिए सहयोग करना चाहिए।कई लोगों के सहयोग से ही पहला कदम आज सुचारू रूप से संचालित हो रहा है।पर अभी भी पहला कदम को समाज के लोगों की जरूरत हैं।अगर समाज के बुद्धिजीवी धनी लोग इस प्रकार के सामाजिक कार्यों में सहयोग नहीं करेंगे।तो फिर कौन करेगा?आज के कैम्प में जिस मशीन ऑडियो मीटर की मदद से यह जाँच सफल हुआ।उसका सारा श्रेय सिंगापुर की खुशबू अग्रवाल को जाता हैं।खुशबू अग्रवाल ने पहला कदम को दान स्वरूप यह मशीन दी हैं।ताकि,दिव्यांग बच्चों का भविष्य संवर सकें।जिस प्रकार पहला कदम के लिए खुशबु अग्रवाल जैसी महिलाये मदद के लिए आगे आ रही हैं।ठीक उसी प्रकार समाज के हर लोगों को आगे आना चाहिए।तभी समाज के हर दिव्यांग को सही सहयोग मिल सकती हैं।कार्यक्रम में मुख्य रूप से बबीना चावड़ा, नमिता परमार,अनवर उल हक,विक्रम साव,तृप्ति सालूजा, श्रुति देवी,सीमा चौहान व अन्य उपस्तिथ थी।
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