धु धु कर जला विधायक राज सिन्हा का पुतला।
धनबाद:झारखंड अस्मिता जागृति मंच द्वारा धनबाद के विधायक श्री राज सिन्हा का पुतला दहन किया गया। शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के मानक में संशोधन और सभी निजी विद्यालय को मान्यता देने की विधान सभा मे मांग करने का जोरदार विरोध किया। मंच के अध्यक्ष श्री रणजीत सिंह परमार ने कहा कि विधायक का यह कदम आम और गरीब जनता को शिक्षा से वंचित रखने का साजिश करार दिया। शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 समाज के सभी तबकों को ध्यान में रखकर समान गुणवत्ता पूर्ण एवं अच्छे वातावरण में बच्चो को शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए, तत्कालीन सरकार द्वारा लोक सभा, राज्य सभा और राष्ट्रपति के मंजूरी के बाद यह अधिनियम अस्तित्व में आया, जो सराहनीय और पूरे भारत मे लागू है। माननीय विधायक ये सभी जानते हुए, निजी विद्यालय संचालक असोसिएसन की मांग को विधानसभा में उठाना और आर०टी०ई 2009 में संशोधन की मांग करना साफ दर्शाता है कि, विधायक महोदय निजी विद्यालय को बढ़ावा तथा सरकारी स्कूलों को बंद करवाने की मंशा है। यह जनता जान चुकी है। जिसकी जनता खामियाजा जनता समय पर देगी। धनबाद की जनता जानना चाहती है, की किन परिस्थितियों में कितना कीमत यह ऐसी क्या मजबूरी है। उन्हें जवाब देना होगा। दूसरी तरफ सरकार शिक्षा पर 75 हजार 673 करोड़ का बजट है। इतने पैसे सरकार द्वारा शिक्षा पर खर्च करने को देती है। विधायक जी बताये ये पैसा कहा खर्च हुआ।
विधायक निजी विद्यालय की हिमायत और पेरबी करना बंद करें।
पुतला दहन करने में मुख्य रूप से प्रदीप शर्मा, बिमलेश तिवारी, संतोष सिंह, संतोष साव, मो० मोईन रज़ा बाबर खान, बाबू भाई, और इत्यादि थे।
धनबाद से सरताज़ की रिपोर्ट।
छायाकार संतोष कुमार यादव।
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