हर हाल में खोलना होगा निजी हॉस्पिटल हेमंत सोरेन क्लिक करें जाने पूरी खबर
NTL NEWS
राँची:कोरोना संकट के बीच झारखंड में अधिकतर निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम ने इलाज बंद कर दिया है. साथ ही मोटी फीस लेकर प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों ने भी शटर गिरा दिए हैं. लॉकडाउन के 40 दिन होने को हैं।
इस बीच हेमंत सरकार ने साफ तौर पर निजी अस्पतालों को हिदायत दी है कि वे इलाज का काम प्रारंभ करें. वरना निबंधन रद्द कर दिया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बताया कि अब तक ज्यादा निजी अस्पताल औऱ नर्सिंग होम बंद हैं. इस कारण दूसरे रोगों के मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है. इस बाबत निजी अस्पताल के संचालकों को चेतावनी दी गई है कि वे अपने अस्पताल को खोलें, वरना उनका निबंधन रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
मुख्यमंत्री का कहना है कि कोरोना के अलावा दूसरे बीमारियों से ग्रसित मरीजों के इलाज को लेकर सरकार गंभीर है. इस सिलसिले में टेलीमेडिसीन की सुविधा शुरू की जा रही है और ई-संजीवनी की शुरूआत भी हो चुकी है. मरीज इसके माध्यम से स्वास्थ्य परामर्श विशेषज्ञ डॉक्टरों से ले सकते हैं।
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने मुख्यमंत्री को बताया है कि कोरोना संक्रमण को लेकर राज्य में 34 कंटेनमेंटे जोन चिन्हित किए गए हैं. इसके अलावा रांची अभी रेड जोन, 10 जिले ऑरेंज जोन और बाकी 13 जिले ग्रीन जोन में हैं. फिलहाल 800 से 900 सैंपलों के टेस्ट हर दिन किए जा रहे हैं।
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