मुखोटा कंपनियों पर दूसरे दिन भी आयकर का छापा, 325 करोड़ की संपत्ति अघोषित पाई गई।

धनबाद। देवरालिया-डोकानिया एंड पार्टनर के 21 ठिकानों पर दूसरे दिन शुक्रवार को भी आयकर की छापेमारी जारी है। आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि अबतक करीब तीन सौ करोड़ के कालेधन (अघोषित आय) का खुलासा हुआ है। इसके अलावा कई बेनामी संपत्ति की भी जानकारी मिली है। विभागीय अफसरों ने कहा कि शुक्रवार की देर रात तक कार्रवाई पूरी हो जाएगी।
जयप्रकाश देवरालिया, प्रदीप देवरालिया, ओम डोकानिया, कृष्ण कुमार अग्रवाल समेत अन्य के 26 ठिकानों (21 धनबाद और पांच कोलकाता) पर आयकर की छापेमारी गुरुवार को शुरू हुई। कोलकाता के पांच ठिकानों पर पहले दिन ही कार्रवाई पूरी कर ली गई है। कोलकाता के पते पर जिन कंपनियों के दस्तावेज मिले हैं, वे कंपनियां अस्तित्व में ही नहीं हैं। 50 से अधिक शेल कंपनियों के दस्तावेज मिले हैं। इन कंपनियों के सहारे कालेधन को सफेद करने का खेल खेला गया, जिसमें दो सीए की भी गर्दन फंसी है।
आयकर महानिदेशक अन्वेषण पटना एसआर मल्लिक के निर्देश पर सहायक निदेशक आयकर अन्वेषण धनबाद, सुनील किसन आगवणे के नेतृत्व में छापेमारी चल रही है, जिसमें आयकर विभाग के झारखंड-बिहार के 110 अफसर-कर्मचारी और 125 पुलिस कर्मी शामिल हैं। संयुक्त निदेशक अन्वेषण रांची, प्रणव कुमार कोले भी धनबाद पहुंचे हैं। धनबाद में नौ कंपनियों की जांच आयकर टीम कर रही है, जो अस्तित्व में है और इन्हीं के तहत कारोबार संचालित है।
*पहले दिन छापेमारी के बाद आयकर का खुलासा*
एक करोड़ नकद, पांच किलो के आभूषण, बेनामी संपत्ति, हवाला कारोबार और पेपर कंपनियों के सहारे कालेधन को सफेद करने के साक्ष्य
धनबाद, झरिया और गोविंदपुर में 21 ठिकाने खंगाले गए,आपणो घर भी पहुंची आयकर की टीम
नोटबंदी में बड़ी रकम जमा करने और मुखौटा कंपनियों से संबंधित कई दस्तावेज मिले
दर्जनभर बैंक खाते, नौ लॉकर भी मिले, ज्वेलरी के मूल्यांकन के लिए बुलाए गए वैल्यूअर
*इनके ठिकानों पर चल रही छापेमारी*
धनबाद, झरिया, गोविंदपुर में प्रदीप देवरालिया, कृष्ण गोपाल अग्रवाल, ओमप्रकाश डोकानियां, अतुल डोकानियां, अमित डोकानिया, रोहित शर्मा, योगेंद्र सिंह, अरुण कुमार सिंह, दो सीए सुमित कुमार सुल्तानियां (एसके सुल्तानिया एंड कंपनिज) और श्याम सुंदर साह शामिल हैं। दोनों चार्टर्ड एकाउंटेंट की भूमिका की टीम गंभीरता से जांच कर रही है। बताया गया कि पेपर कंपनियों के माध्यम से कालेधन को सफेद करने से संबंधित कई दस्तावेज सीए के ठिकानों से मिले हैं। 50 से अधिक कंपनियों के दस्तावेज मिले हैं।
ये कंपनियां जांच की जद में
– महाराजा अग्रसेन जी आपणो घर प्राइवेट लिमिटेड
– देवरालिया फाइनेंस कंपनी (एनबीएफसी है, रिजर्व बैंक से रजिस्टर्ड)
– सागर गंगा इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्राइवेट लिमिटेड
– हर्षित व्यापार प्राइवेट लिमिटेड
– देवलोक व्यापार प्राइवेट लिमिटेड।

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