स्कूल वालो की मन-मानी नही चलेगी- झारखंड अस्मिता जागृति मंच।
धनबाद: गाँधी सेवा सदन कोर्ट मोड़ धनबाद में झारखंड शिक्षा न्यायाधिकरण संशोधन विधेयक 2017 पर झारखंड अस्मिता मंच द्वारा प्रेस वार्ता की गई। मीडिया को संबोधित करते हुए मंच के अध्यक्ष श्री रंजीत सिंह परमार ने झारखंड शिक्षा न्यायाधिकरण संशोधन विधेयक 2017 का विरोध करते हुए। इसे जनता के साथ छलावा , दोषपूर्ण cbse एफलीएशनत तथा, झारखंड सरकार मानव संसाधन विकास के एनोसी शर्तो का सीधा सीधा उलंघन बताया। इस विधेयक द्वारा पेरेंट्स को कानूनी रूप से स्कूलों के मन मुताबिक शुल्क भुगतान करने की तैयारी की जा रही है।जी सरासर गलत है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में श्री रंजीत परमार ने कई बिंदुओं पर विचार क्या। उन्होंने ने ये भी कहा, कानून शिक्षा सामाजिक सेवा है। ज्यादा से ज्यादा इन स्कूलों को 10 प्रतिशत लाभ में ही काम करना चाहिए। यदि स्कूल संस्था हानि में चल रही है, तोह तब उसका समायोजन के लिए स्कूल 10 से 15% टीयूशन शुल्क बढ़ा सकती है। लेकिन ऐसा नही हो रहा है, स्कूल अधिक अधिक 40 से 50%लाभ उठा रही है।
श्री परमार ने मीडिया को बताया वो न्याय के आदेश का सम्मान करते है । श्री परमार ने कहाँ शिक्षा के लिए जो गलत करेगा। उसके लिए झारखंड अस्मिता जागृति मंच आवाज़ उठायेगी।
आज के प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य रूप से ,मो० मोइन रजा, श्री यदुराम, श्री के०के घोशाल, मितुल रावल, संजय कुमार रवानी, पंकज कुमार, संतोष कुमार साव, अप्पू दास एवं अन्य लोग थे।
धनबाद से सरताज़ की रिपोर्ट।
छायाकार संतोष कुमार यादव।
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