एक महान पारिवारिक फ़िल्म “मुझे भी ये दुनिया देखनी है”क्लिक करें और जाने।

 

NTL/नई दिल्ली:- सिनेमा को समाज का दर्पण कहा गया है क्योंकि सिनेमा सिर्फ लोगों का मनोरंजन ही नहीं बल्कि वह काफी कुछ सीख भी देती है।बॉलीवुड में इन दिनों जनजागृति वाली फिल्में काफी बनने लगी है जिन्हें दर्शक दिल से पसंद भी कर रहे हैं।

नॅशनल रिकॉर्ड फ़िल्ममेकर सत्यप्रकाश मंगतानी की यह फिल्म समाज में फैली ऐसी कुरीति को उजागर करती है, जिसके बारे में सोचकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। दरअसल,उनकी यह फिल्म कन्या भ्रूण हत्या पर आधारित कमर्शियल फ़िल्म है। डॉक्टरों से पता चलने पर जिन्हें पेट में ही मार दिया जा रहा है। जन्म लेने से पहले ही बेगुनाह बेटियों को माँ की कोख में ही हत्या की जा रही है। फिल्म में छ: गाने है सारे गाने काफी खूबसूरत और मधुर हैं। जिन्हें गाया है कुमार सानू,अलका यागनिक,साधना सरगम,आलोक कुमार,शमहिता शैलेश और अनूप जलोटा ने।

फिल्म का टायटल गीत अलका याज्ञनिक ने गाया है। जिसका गीत संगीत सत्यप्रकाश मंगतानी का ही है। खासतौर पर “मुझे भी यह दुनिया देखनी है” सरकार के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियानसे भी प्रेरित है। इसलिये सत्यप्रकाश मंगतानी चाहते हैं कि प्रदेश की सरकारें अपने अपने राज्य में फिल्म को टैक्स फ्री करे, जिससे यह फ़िल्म ज्यादा से ज्यादा दर्शकों तक अपनी पहुंच बना सके। बता दें कि जेनुइन एंटरटेनमेंट कार्प के बैनर तले बनी इस फिल्म को हाल ही में अंतरराष्ट्रीय ब्रांड कंसल्टिंग कॉरपोरेशन यूएसए द्वारा सर्वश्रेष्ठ सामाजिक जागरूकता फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार यशराज फिल्मस के अलावा “मुझे भी यह दुनिया देखनी है” को मिला है।
फिल्म 2 नवम्बर को दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तरांचल और मध्य प्रदेश में रिलीज़ हो रही है। हमारे देश की महान सभ्यता और संस्कृति को बचाने में हिंदी फिल्मों का बड़ा महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है।और ऐसे कई महान फिल्मकारों जैसे यश चोपड़ा, जे ओमप्रकाश, सूरज प्रकाश का सानिध्य पाकर खुद को भाग्यशाली समझता हूं। ये कहना है सत्यप्रकाश मंगतानी का जो भारतीय संस्कृति को बचाने के लिए दृढ संकल्प हैं।
सत्यप्रकाश फ़िल्म इंडस्ट्री के जाने माने फिल्मकार जे ओमप्रकाश के सानिध्य में रहे हैं जिन्होंने भी सामाजिक विषयों पर बेहतरीन फिल्में बनाई हैं।इस फ़िल्म का महूरत भी जे ओमप्रकाश जी ने ही किया था।
कन्या भ्रूण हत्या और बेटी बचाओ पर आधारित ये मनोरंजक फ़िल्म को देखने के लिए सारे देश की जनता बेसब्री से प्रतीक्षा कर रही है।

इस फ़िल्म को महाराष्ट्र सरकार की तरफ से कई अफसरों ने देखकर सन्मान पत्र दिया है और सराहना की है। इस फ़िल्म को ऑस्कर में भेजने की तैयारी चल रही है।
सवा दो घंटे की इस फ़िल्म में दर्शकों को सामाजिक संदेश के साथ भरपूर मनोरंजन मिलेगा ऐसा कहना है शक्तिमान मुकेश खन्ना और प्रसिद्धअभिनेत्री जयश्री टी का जिन्होंने इस फ़िल्म में बहुत अच्छी भूमकाएँ साकार की हैं।
कन्या भ्रूण हत्या जैसे ज्वलंत विषय पर भी एक साफ सुथरी कमर्शियल फ़िल्म बनाई जा सकती है ये मंगतानी ने साबित कर दिया है। उनको यकीन है इस फ़िल्म को दर्शक पसंद करेंगे।

संवाददाता:- विशाल कुमार

नेशनल टुडे लाइव नई दिल्ली

696 total views, 1 views today

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *