गाँव के बेटे को तिरंगे में लिपटे हुए देखकर गाँव वालों की आँखे हुई नम।
कुमारधुबी।सीमा सुरक्षा बल के जवान श्याम नारायण का पार्थिम शरीर को राष्ट्रीय सम्मान के साथ किशनगंज से कुमारधुबी लाया गया।हजारो की तादाद में लोग चौक चौराहों पर इंतजार कर रहे थे।जैसे ही श्याम नारायण का पार्थिव शरीर कुमारधुबी चौक पहुँचा, अपने गाँव के बेटे को देख कर सभी की आंखे नम हो गयी।
सभी एक झलक पाने को बेताब दिखे।एसआई सुधीर मिंज ने बताया कि पिछले कई दिनों से श्याम नारायण बीमार चल रहा था।जिसके कारण उनका ईलाज सीएच अस्पताल सिल्लीगुड़ीे में चल रहा था।सात दिन पूर्व हर्निया का ऑपरेशन भी हुआ था।वह काफी स्वस्थ हो चुके थे।घटना के दिन रूम पर आराम कर रहा था और रूम के सभी जवान ड्यूटी पर चले गये थे।श्याम नारायण कमरें में बिल्कुल अकेले थे।
रात्रि में अपने बिस्तर की चादर को पंखे के सहारे अपने गले मे लगा कर झूल गये।जिसकी जानकारी सुबह जब चाय लेकर जवान उसके रूम में गया तो देखा कि श्याम नारायण फाँसी के फंदे में झूलता हुआ पाया।जिससे किशनगंज में पोस्टमॉर्डम कर धनबाद जिला के कुमारधुबी में उनके परिजन को पार्थिम शरीर को सुपुर्द किया गया।मौत के कारणों का अभी पता नही चल पाया हैं,आगे की जांच जारी हैं।
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