छह लाख की सुपारी देकर करवायी गयी थी हत्या क्लिक करें और जाने।
NTL/पटना:- आज DIG राजेश कुमार ने प्रेसवार्ता कर बताया की पांच दिसंबर को राजवंशी नगर में हुई थी जीतेंद्र की हत्या
पत्नी, साला व अन्य परिजन भी थे साजिश में शामिल
जमीन दलाल ताजउद्दीन अब तक नहीं आया हाथ
पटना हाईकोर्ट के अधिवक्ता जीतेंद्र कुमार की हत्या छह लाख की सुपारी देकर करवायी गयी थी। सुपारी जमीन दलाल ताजउद्दीन ने दिया था। सुपारी लेकर जीतेंद्र की हत्या करने वाले चार शूटरों सूरज यादव उर्फ सूरजा, लक्ष्मण कहार, प्रद्धुमन कुमार उर्फ बाबा व अनिनाश कुमार को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। इनकी गिरफ्तारी हवाई अड्डा थाने के भेटनरी कॉलेज इलाके से की गयी। हालांकि साजिशकर्ता ताजउद्दीन अब तक पुलिस के हाथ नहीं आया है। शूटरों को एडवांस के रुप में एक लाख 10 हजार दिए गए थे। पुलिस ने इनके पास से दस हजार रुपए , एक देसी कट्टा पांच कारतूस व अपाची बाइक भी बरामद किए हैं।
पत्नी नीतू ली थी दस लाख
डीआईजी (केंद्रीय क्षेत्र ) राजेश कुमार ने शनिवार को प्रेस वार्ता में बताया कि जीतेंद्र का खगौल में एक एकड़ जमीन है। इस जमीन पर जमीन दलाल ताजउद्दीन के साथ वकील के साले पनसूचति कुमार उर्फ मिथुन कुमार ,पत्नी नीतू सिंह व अन्य पजिरनों की नजर गड़ी थी। इस जमीन का ताजउद्दीन मिथुन के साथ मिलकर फर्जी कागजात तैयार कर लिया था। ताजमुद्दीन ने 75 लाख रुपए देने का वादा किया था। दस लाख रुपए पत्नी नीतू को दे भी दिया था। इसकी जानकारी जब जीतेंद्र को लगी तो वह विरोध करने लगे। ताजउद्दीन फर्जी कागजात तैयार करने के बाद उस जमीन को बेचने के लिए कई ग्राहकों की तलाश भी कर लिया था। मगर जीतेंद्र बीच में रोड़ा बन रहे थे। इसलिए उन्हें रास्ते से हटाने के लिए ताजउद्दीन ने शूटरों का सहारा लिया। छह लाख रुपए में सौदा तय हुआ। योजना छह महीने पहले ही बन गयी थी। एक लाख दस हजार रुपए शूटरों को एडवांस दिया गया। शूटर जीतेंद्र की हत्या करने के लिए तीन बार पहले भी प्रयास कर चुके थे। मगर पांच दिसंबर की सुबह दस बजे उन्हें यह मौका मिल गया। और शूटरों ने जीतेंद्र की उस वक्त मौत के घाट उतार दिया जब वह राजवंशी नगर होते हुए हाईकोर्ट जा रहे थे। घटना राजवंशी नगर स्थित जल पर्षद कार्यालय के समीप हुई थी। दबोचे गए शूटरों में सूरज यादव उर्फ सूरजा (संपत्तचक,गोपालपुर), लक्ष्मण कहार (ब्रहमपुर, रामकृष्णा नगर),प्रद्धुमन कुमार उर्फ बाबा (सम्पतचक)व अनिनाश कुमार(ब्रहमपुर) है।
अब तक आठ हुए गिरफ्तार
डीआईजी ने बताया कि घटना के दिन ही पुलिस ने नामजद चार आरोपियों पत्नी नीतू सिंह, रुपेश, उसके भाई राकेश, रितेश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। साले मिथुन व ताजउद्दीन को दबोचने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। शूटरों की पहचान इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे से हुई।अपराधी ब्लू रंग की अपाची बाइक से थे और ब्लू रंग का हेलमेट लगा रखे थे। जीतेंद्र के बड़े भाई राज कुमार जो होमियोपैथ डॉक्टर हैं, के बयान पर शास्त्रीनगर थाने में नौ नामजद आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी थी। दबोचे गए शूटर पहले भी सुपारी लेकर कई लोगों की हत्या कर चुके हैं। 20 सितंबर 2007 को इन शूटरों ने पटना सिविल कोर्ट में कुख्यात हरिवंश गोप की बम और गोलियों से हत्या कर दी थी। इसके साथ ही जगनपुरा में केदार राय व छोटू की हत्या भी हत्या कर दी थी। लक्ष्मण कहार दो हत्याकांड में आठ साल तक जेल में रह चुका है।।
संवाददाता:-जितेन्द्र कुमार
नेशनल टूडे लाइव पटना, बिहार
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