जालान हॉस्पिटल में ऐसा क्या घटना घटा जिससे परिजन हुए उग्र क्लिक करें जाने।
धनबाद। मरीज की मौत के बाद बकाया भुगतान के लिए शव रोके जाने पर रविवार की सुबह एशियन जालान हॉस्पिटल में जमकर हंगामा हुआ। कई घंटे बाद डेथ सर्टिफिकेट गिरवीं रखकर शव दिया गया।
नई दिल्ली कॉलोनी निवासी उदय रजवार के बेटे धीरज कुमार (17) की मौत शनिवार देर रात इलाज के दौरान एशियन जालान हॉस्पिटल में हो गई थी। घरवालों का कहना है कि मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन ने शव देने से मना कर दिया। मृतक के परिजनों से 57 बजार बकाये का भुगतान करने करने को कहा, वही परिजनों का कहना था कि वे 18 हजार रुपए जमा करा चुके हैं।
डॉक्टर ने कहा था कि इतने पैसे में ही इलाज पूरा हो जाएगा। जब अस्पताल प्रबंधन नहीं माना तो कुछ रियायत की मांग की गई। आरोप है कि परिजनों को अपशब्द कहे गए। इसी से लोग आक्रोशित हो गए और हंगामा किया। यह मामला कई घंटे तक चला। बाद में पैसे के बिना ही शव दे दिया गया मगर डेथ सर्टिफिकेट गिरवीं रख लिया गया। उसे बाद में भुगतान करने पर ही दिया जाएगा।
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