बेस्ट एजुकेशन बेस्ट रिजल्ट की नीति के साथ धनबाद में करना हैं कुछ बेहतर।

★युधिष्ठिर महतो(कुमार युडी)।

धनबाद।दुबे सक्सेस सेन्टर वर्तमान में अन्य कोचिंग संस्थानों के मुकाबले छात्र छात्राओं के बीच अपनी एक अलग ही पहचान बना चुका हैं।शशिकांत दुबे इस कोचिंग संस्थान के संचालक व स्वयं जीए और जीएस पढ़ाते भी हैं।बक्सर बिहार के निवासी शशिकांत वर्तमान में धनबाद में ही रहते हैं।शुरुआती पढ़ाई लिखाई नवोदय विद्यालय से हुई।पीके राय कॉलेज से ग्रेजुएशन किया।पीजी की पढ़ाई नालंदा विश्वविद्यालय से पूरी की।सिविल सर्विसेस की तैयारी दिल्ली से करने के बाद बीपीएससी एग्जाम को क्वालीफाई कर इंटरव्यू में असफल हुए।यूपी दरोगा की ट्रैनिंग कर छोड़ दी।

इसी बीच इनके मन में छोटे शहरों के छात्र-छात्राओं को लेकर एक चिंता जगी।या यूं कहें कि एक विचार आया।इन्होंने सोचा कि छोटे शहर में सही शिक्षा न मिल पाने की वजह से प्रतियोगिताओं में स्टूडेंट्स सफल नहीं हो पा रहें हैं।इन्होंने सोचा क्यों न कम खर्च में अच्छी तैयारी करवाई जाए।जिससे स्टूडेंट्स सफल हो और उनका समय पैसा बर्बाद न हो।इसी उद्देश्य के साथ ही उन्होंने कोचिंग की शुरुआत की।शुरुआत में कई शहरों में पढ़ाया करते थे और आज भी पढ़ाते ही हैं।पर,अभी इनका लक्ष्य हैं कि धनबाद को सिविल सर्विसेज में अव्वल बनाना हैं।
धनबाद में दुबे सक्सेस सेन्टर की शुरुआत इन्होंने इसी उद्देश्य से की हैं कि यहाँ के स्टूडेंट्स को बेहतर शिक्षा मिले।जिससे परिणाम भी बेहतर आये।दुबे सक्सेस सेन्टर की खासियत हैं कि यहाँ क्लासेज लेने के बाद टेस्ट भी लिया जाता हैं।अगर स्टूडेंट्स 50 फीसदी से कम अंक लाते हैं।तो उन्हें फिर से तैयारी कराई जाती हैं।इसके अलावे इस कोचिंग की एक और खासियत हैं कि आप यहाँ एक बार फी देकर तब तक पढ़ सकते हैं।जब तक आप किसी जॉब के लिए सेलेक्ट नहीं हो जाते हो।


इस कोचिंग संस्थान से पढ़कर अब तक कई स्टूडेंट्स ने अपनी नौकरी पक्की की हैं।जेपीएससी एग्जाम में 28 स्टूडेंट्स ने क्वालीफाई किया।जो यहीं से पढ़े थे।मुकेश रंजन जो अभी एसडीओ के पद पर मधुपुर में कार्यरत हैं।मध्यप्रदेश में एक लड़की डीएसपी के पद पर हैं।इस तरह से कई स्टूडेंट्स हैं।जिन्होंने अपनी नौकरी इसी संस्थान से पढ़ कर पक्की की हैं।शशिकांत ने बताया कि वे स्टूडेंट्स को पढ़ाने के साथ-साथ मोटीवेट भी करते हैं।अब तक रिजल्ट बहुत ही बढ़िया हुआ हैं और भविष्य में और भी बेहतर होगा।टेस्ट की तैयारी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से करवाई जा रही हैं।यहाँ अभी 250 से भी अधिक स्टूडेंट्स हैं।प्रतियोगिता परीक्षा यूपीएससी,बीपीएससी,जेपीएससी,एसएससी,बैंकिंग,रेलवे,हाई स्कूल टीचर,पॉलिटेक्निक,लोको पाइलेट व अन्य की तैयारी यहाँ करवाई जाती हैं।


शशिकांत दुबे ने बताया कि बहुत जल्द एक और ब्रांच का शुभारंभ बैंक मोड़ लक्ष्मी मार्केट में किया जाएगा।जहाँ केट,मेट,नेट,एमबीए व अन्य की तैयारी करवाई जाएगी।
धनबाद में कई कोचिंग संस्थान हैं।पर,बहुत से ऐसे हैं जो सिर्फ पैसों के लालच में पढ़ाते हैं।पहले कई तरीके से स्टूडेंट्स को प्रभावित करते हैं।फिर,धीरे-धीरे स्टूडेंट्स हताश होकर दूसरे जगह तैयारी करने लगते हैं।इससे स्टूडेंट्स का पैसा और समय दोनों का नुकसान होता हैं।कई कोचिंग संस्थान ऐसे भी हैं जो रिजल्ट मोड पर काम कर रहें हैं।कुछ ऐसे भी हैं,जो खुद तैयारी करते हैं और दूसरों को पढ़ाते भी हैं।जो कि गलत हैं।इसी मुद्दे को लेकर इन्होंने हाई कोर्ट में अपील भी की हैं कि पढ़ाने के लिए शिक्षक की योग्यता कम से कम पीजी होना चाहिए।
परिवार में चार भाई बहन हैं।माँ भी साथ में ही हैं।भाई शिवा पाण्डेय पुलिस विभाग में ही हैं।पिता दरोगा के पद पर थे।2002 में उनके निधन के बाद भाई को नौकरी मिली।पिता और अपने शिक्षक को अपना आदर्श मानते हैं।उन्होंने एक छोटा सा संदेश दिया कि समाज में शिक्षक एक माध्यम हैं।जो दूसरे के लिए आदर्श बनते हैं और दूसरों को डिसिप्लिन भी सिखाते हैं।

रिपोर्टर:-सरताज खान

★छायाकार:-संतोष कुमार यादव

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