भाभी से प्रेम संबंध के कारण अपनी पत्नी और दो बच्चों की निर्मम हत्या क्लिक करें और जाने।
NTL NEWS. CON:7909029958. SANTOSH YADAV
धनबाद: भाभी से प्रेम संबंध के कारण अपनी पत्नी और दो बच्चों की निर्मम हत्या करने के आरोपित बरवाअड्डा निवासी भैरोनाथ दसौंधी, उसकी भाभी रूपा देवी, भैरो के पिता राजेंद्र दसौंधी व मां गायत्री देवी को अदालत ने हत्या व षड्यंत्र का दोषी करार दिया है। अदालत ने सजा के बिंदू पर सुनवाई के लिए 24 मई की तारीख निर्धारित की है। चारों 19 माह से जेल मे बंद हैं।
*बर्थडे मनाया और काट दिया गला:* 3 अक्टूबर 2017 की रात भैरो के दो वर्षीय पुत्र अभय का जन्मदिन था। जन्मदिन मनाकर उसके दोनों बच्चे और पत्नी अनुपमा अपने कमरे में चली गई थी। रात्रि में भैरोनाथ ने इस घटना को अंजाम दे दिया। घटना को अंजाम देने के बाद वह फरार हो गया था तथा अपने अपहरण की झूठी कहानी बनाई थी। अपने पापों से बचने के लिए भैरोनाथ ने सल्फास खाकर जान देने का भी प्रयास किया था। पुलिस द्वारा भैरोनाथ को बोकारो जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पुलिसिया पूछताछ में भैरोनाथ ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए कहा था कि उसके चचेरे भाई की मौत हो जाने के बाद उसका भाभी रूपा देवी से प्रेम संबंध हो गया था। उसकी भाभी हमेशा उसे अपनी पत्नी और बच्चों को रास्ते से हटाने के लिए कहती थी। विवश होकर उसने अपने पत्नी और दोनों बच्चों की हत्या कर दी। बच्चों के नाना हजारीबाग निवासी राजेंद्र राय की शिकायत पर बरवाअड्डा थाने मे एफआइआर दर्ज की गई थी।
*बेटे-बेटी के खून ने दी गवाही:* पत्नी और दो बच्चों की हत्या करने के बाद भैरोनाथ ने हत्या में इस्तेमाल किए गए चाकू को बाहर झाड़ी में फेंक दिया था। गला घोंटने में इस्तेमाल किए गए जूते के फीते को भी वहीं फेंक दिए थे। पूछताछ में उसकी निशानदेही पर चाकू और और फीता पुलिस ने बरामद किया था। चाकू में लगे खून और बच्चों के कपड़े में लगे खून को पुलिस ने डीएनए टेस्ट के लिए भेजा, जिसकी रिपोर्ट आरोपितों के विरूद्ध बड़ा सबूत बन गई।
*पत्नी से बात करते-करते घोंट दिया था गला:* भैरो ने पुलिस को बताया था कि बर्थडे के बाद रात में करीब 2.30 बजे उसने अपनी पत्नी का गला घोंट दिया था। इसके पूर्व वे दोनों गपशप कर रहे थे। दोनों बच्चे सो चुके थे। मौका पाकर उसने पत्नी के गले में जूते का फीता डालकर उसका गला घोंट दिया। इसके बाद दोनों बच्चों की गर्दन चाकू से काट दी।
*प्रेमिका के पैसे से मंगाया था बर्थडे केक:* पुलिस ने यह दावा किया था कि अपनी भाभी के प्यार में पागल भैरोनाथ ने मासूम बच्चों की गर्दन पर छुरी चलाने से पहले बर्थडे में बेहोश करने वाले पदार्थ मिला दिया था। पुलिस ने भैरो के रसोई घर से सल्फास की खाली बोतल और केक का टुकड़ा बरामद किया था। पुलिस ने दावा किया था कि इस बर्थडे केक के लिए पैसे उसकी प्रेमिका ने ही दिए थे।
*खुद के अपहरण की भी रची थी साजिश:* तीनों की हत्या करने के बाद भैरोनाथ ने पुलिस को चकमा देने के लिए खुद के अपहरण की साजिश भी रची थी। उसने अनुपमा देवी के आधार कार्ड की फोटो कॉपी पर लाल स्याही से नक्सलियों का संदेश लिख दिया था, जिससे पुलिस इसे नक्सली वारदात मानकर भटकती रही। इधर, भैरोनाथ रात में ही धनबाद स्टेशन पहुंचा, जहां से रांची गया। रांची से मुगलसराय और वहां से मुंबई भाग गया। घटना को अंजाम देने के बाद वह विभिन्न माध्यमों से पुलिस की हर गतिविधियों की जानकारी ले रहा था। मुंबई में भी उसे दोस्तों का साथ नहीं मिला, जिस कारण वह निराश हो गया। लिहाजा वह मुंबई से हवाई जहाज से पटना आया और फिर पटना से बोकारो, जहां आकर उसने सल्फास की गोली खा ली। उसे पुलिस ने बोकारो जेनरल अस्पताल मे भर्ती कराया था। घटना के 14 दिन बाद अस्पताल में ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। अदालत ने इस मामले का स्पीडी ट्रायल किया।
*बोकारो अस्पताल में परवान चढ़ा था प्रेम:* पुलिस ने दावा किया था कि कुछ वर्ष पूर्व रूपा देवी का पति पप्पू दसौंधी बीमार पड़ गया था। उसे शराब की लत थी। उसे बोकारो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पप्पू और भैरोनाथ चचेरे भाई हैं। इस कारण भैरो का बराबर अस्पताल आना-जाना होने लगा। अस्पताल आने जाने के क्रम में ही दोनों के बीच प्रेम परवान चढ़ गया। पप्पू की कुछ दिनों बाद मौत हो गई। पप्पू की मौत के बाद दोनों के बीच प्रेम और प्रगाढ़ हो गया।
*अवैध संबंध के खुलासे के डर में तीनों को मार डाला:* भैरो ने पुलिस को दिये बयान मे कहा था की उन दोनों के बीच प्रेम में पत्नी अनुपमा देवी बाधा बनने लगी थी। उसे पति की करतूतों पर शक होने लगा, क्योंकि भैरो अक्सर फोन पर रूपा से घंटों बात करता था। पत्नी ने रूपा का मोबाइल नंबर चुपके से निकाल लिया और अपने भाइयों को उक्त नंबर के बारे में जांच पड़ताल करने की बात कही। भाइयो ने जब फोन किया तो रूपा को पकड़े जाने का डर हो गया, जिसके बाद उसने भैरोनाथ को सारी बात बता दी। भैरोनाथ को जब पता चला कि उसकी पत्नी जासूसी कर रही है तो दोनों के बीच झगड़े होने लगे। रूपा ने भी भैरो के साथ फोन पर बातचीत बंद कर दी। बातचीत बंद होने पर भैरो बेचैन हो उठा। इसके बाद वह महुदा पहुंच गया। तब रूपा ने साफ तौर पर कह दिया कि उसे दोनों में से किसी एक को चुनना होगा। भैरो ने प्रेमिका को चुनने का फैसला लिया और तीनों की हत्या की साजिश रच डाली।
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