मिलाद-उन-नवी को लेकर नौजवान कमिटी ने किया।
धनबाद। ईद मिलाद-उन-नबी को लेकर नौजवान कमिटी पुराना बाजार काफी उत्साहित है। इस संबंध में नया बाजार में आयोजित पत्रकार वार्ता में कमिटी के सोहराब खान ने बताया कि उनकी कमिटी पिछले 4-5 वर्ष से भारतीय मुस्लिम का गौरव तथा अमन, चैन, शांति और भाईचारा का पर्व ईद मिलाद-उन-नबी के अवसर पर श्रमिक चौक में विशाल मंच बनाकर लाखों लोगों का स्वागत करती है। इस वर्ष 2 दिसंबर को यह पर्व मनाया जाएगा। सोहराब ने बताया कि इस वर्ष कमिटी में 45 सदस्य है जो ट्राफिक व्यवस्था को संभालेंगे। इस वर्ष पहली बार ड्रोन की मदद से जुलूस पर निगरानी रखी जाएगी। साथ ही ड्रोन से जुलूस पर फूल भी बरसाए जाएंगे। कमिटी द्वारा एम्ब्युलेंस तथा प्राथमिक उपचार की व्यवस्था भी की जाएगी। साथ ही लोगों के बीच फल तथा पानी का वितरण किया जाएगा। कमिटी के सदस्य एम्ब्युलेंस को रास्ता देने के लिए पूरी तरह से चौकस रहेंगे। उन्होंने जुलूस लेकर चलने वालों से तीरंगा लेकर चलने तथा डीजे न बजाने की अपील भी की। कमिटी ने जिले के माननीयों तथा आला अधिकारियों को भी रांगाटांड में आमंत्रित किया है। इस दिन जिले के वासेपुर, आज़ाद नगर, पांडरपाला, भूली, रहमतगंज, लोयाबाद, केन्दुआ, पुटकी, डिगवाडीह, झरिया, बस्ताकोला, टिकिया मुहल्ला, पुराना बाजार इत्यादि स्थानों से जुलूस निकाला जाता है, जो बैंक मोड़, रांगाटांड श्रमिक चौक, पूजा टॉकिज, डीआरएम मोड़, स्टेशन रोड होते हुए अपने गंतव्य की ओर निकल जाता है। पत्रकार वार्ता में जावेद खान, इमरान अली जिवा, हाजी इमरान, अफरोज खान, हुमायूं रजा सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि ईद-ए-मिलाद पैगंबर हज़रत मोहम्मद साहब के जन्म की खुशी में मनाई जाती है। ईद-ए-मिलाद को ईद मिलाद-उन-नबी और बारहवफात के नाम से भी जाना जाता है। इस्लाम धर्म की धार्मिक पुस्तक हदीस में ईद-ए-मिलाद का वर्णन किया गया है। इस्लाम धर्म के प्रचार और इसे सशक्त बनाने में पैगंबर हज़रत मोहम्मद का योगदान अमूल्य माना जाता है। कई लोग मानते हैं कि उन्होंने ही सर्वप्रथम इस्लाम के पांच सिद्धांत रोजा, नमाज, जकात, तौहीद और हज की यात्रा के विषय में लोगों को जानकारी दी।
रिपोर्ट: सोहराब खान
छायाकार: संतोष यादव
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