विश्वविद्दालय के स्वायत्तता खतरे में क्लिक करें और जाने।
NTL पटना :- आज दिनांक 7 सितंबर 2018 को बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं हिंदुस्तान आवाम मोर्चा सेकुलर के वरिष्ठ नेता डॉ महाचंद्र प्रसाद सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन किया। सम्मेलन के दौरान उन्होंने कहा की आज मैं बिहार के महामहिम राज्यपाल उसे मिलकर स्नातक प्रथम वर्ष एवं बीएड में नामांकन मैं छात्रों की हो रही कठिनाइयों से अवगत कराया उन्होंने कहा है कि परीक्षा समिति को महाविद्यालयों में नामांकन की जवाबदेही देने से विश्वविद्यालय के स्वायत्तता खतरे में है एवं विश्वविद्यालय के अधिकारों का हनन हो रहा है बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का मूल काम मैट्रिक और इंटर की परीक्षा लेने एवं परीक्षा फल प्रकाशित करना है जो काफी त्रुटि पूर्ण रहता है। और हर साल राज्य के छात्रों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है स्नातक प्रथम वर्ष में नामांकन के लिए परीक्षा समिति द्वारा जो मेघा सूची महाविद्यालयों को भेजी गई वह काफी त्रुटिपूर्ण थी हर वर्ष महाविद्यालयों में जुलाई से पढ़ाई सत्र शुरू हो जाता था। लेकिन परीक्षा समिति के हस्तक्षेप के कारण इस वर्ष सितंबर माह के अंत तक भी नामांकन की प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकेगी जिससे स्नातक प्रथम वर्ष में नामांकन के लिए छात्रों के बीच अफरा तफरी मची हुई है। अभी तक डिग्री महाविद्यालयों में मात्र 20 से 25% सीटों पर ही नामांकन हो सका है इसी प्रकार B.Ed में नामांकन के लिए भी ऑनलाइन आवेदन लिया गया था एवं महाविद्यालयों को मेधा सूची के आधार पर छात्रों का नाम भेजा गया जिसमें छात्रों को राज्य के एक कोने से दूसरे कोने के महाविद्यालयों में भेज दिया गया है। इस तरह की रवैया से विद्यार्थियों को पढ़ाई करने में काफी मुश्किलें हो रही है, और निर्धन छात्र और सक्षम है जिसके कारण अभी तक लगभग सभी B.Ed महाविद्यालयों में आधे से ज्यादा सीटें खाली पड़ी है। वर्ष 2013 में उच्चतम न्यायालय मैं एक फैसले मैं कहा था कि देश के सभी राज्यों के सभी विश्वविद्यालय में पढ़ाई सत्र 2 जुलाई से शुरू हो जानी चाहिए एवं नामांकन की प्रक्रिया हर वर्ष फरवरी माह से शुरू करनी है। लेकिन सितंबर में नामांकन की प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकी जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। डॉ सिंह ने कहा कि बिहार सरकार की नजर अब प्राइवेट स्कूलों पर भी है, जबकि सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। प्राइवेट स्कूल ही है जो राज्य में मात्र गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा दे रही है। अगर बिहार सरकार इस में हस्तक्षेप करेगी तो इसकी भी गुणवत्ता पर बुरा असर पड़ेगा आज राज जी में शैक्षणिक व्यवस्था चौराहे पर खड़ी है। और दिशा विहीन हो गई है। डॉक्टर सिंह ने महामहिम से आग्रह किया है, कि राज्य में शैक्षणिक व्यवस्था को ठीक करने हेतु तुरंत हस्तक्षेप करने की कृपा की जाए जिससे शिक्षण व्यवस्था राज्य में और अधिक बर्बाद नहीं हो। इस मौके पर पार्टी के नेता अजय कुमार, युवा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चंद्रवंशी, श्याम सुंदर शरण, उपेंद्र सिंह, रामविलास आदि मौजूद रहे।
जितेन्द्र कुमार
नेशनल टुडे लाइव पटना, बिहार
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